दिल्ली कांग्रेस अध्यक्ष का इस्तीफा; अरविंदर सिंह लवली ने रिजाइन किया, बोले- पार्टी हाईकमान का AAP के साथ गठबंधन करना गलत
Delhi Congress President Arvinder Singh Lovely Resigns News Update
Arvinder Singh Lovely Resigns: राजधानी दिल्ली में अभी लोकसभा चुनाव के लिए वोटिंग भी नहीं हुई है और इस बीच यहां कांग्रेस और आम आदमी पार्टी के गठबंधन में खटास पैदा हो गई है। आप से गठबंधन के विरोध में दिल्ली कांग्रेस अध्यक्ष अरविंदर सिंह लवली ने अपने पद से इस्तीफा दे दिया है। अरविंदर सिंह लवली का कहना है कि, जो आम आदमी पार्टी हमेशा ही कांग्रेस की खिलाफत करती रही। उसके साथ पार्टी का गठबंधन करने का फैसला गलत है। दिल्ली कांग्रेस इकाई के नेता शुरू से ही आम आदमी पार्टी के साथ गठबंधन के खिलाफ थे।
4 पेज का इस्तीफा पत्र लिखा
अरविंदर सिंह लवली ने पार्टी हाईकमान को अपना इस्तीफा भेजा है। लवली का इस्तीफा पेज का है। जिसमें उन्होने विस्तार से अपनी शिकायतें और बातें रखी हैं। अरविंदर सिंह लवली ने सबसे पहले कहा कि, उन्हें अध्यक्ष पद होते हुए भी दिल्ली कांग्रेस इकाई में नियुक्तियां नहीं करने दी जा रहीं थीं। नियुक्तियों के मेरे अनुरोध ठुकरा दिये गए।
इसके अलावा जो आम आदमी पार्टी कांग्रेस पार्टी के खिलाफ झूठे, मनगढ़ंत और दुर्भावनापूर्ण भ्रष्टाचार के आरोप लगाने के एकमात्र आधार पर बनी थी। कांग्रेस पार्टी ने दिल्ली में उस AAP के साथ गठबंधन करने का फैसला किया। वो भी तब जब उस पार्टी के आधे कैबिनेट मिनिस्टर जेल में हैं। यह ठीक नहीं किया गया।
अरविंदर सिंह लवली ने कहा कि दिल्ली कांग्रेस इकाई के नेताओं को AAP के साथ गठबंधन रास नहीं आया है। गठबंधन में दिल्ली कांग्रेस को क्या मिला है? सिर्फ तीन सीटें। वहीं लवली ने कहा कि, दिल्ली के गिरफ़्तार मुख्यमंत्री की झूठी तारीफ़ जिस प्रकार से की जा रही है वो दिल्ली कांग्रेस पार्टी के कार्यकर्ताओं की नाराज़गी की वजह बन रही है.
दिल्ली कांग्रेस अध्यक्ष अरविंदर सिंह लवली का इस्तीफा, AAP के साथ गठबंधन का विरोध किया#ArvinderSinghLovely #DelhiCongress pic.twitter.com/DuaBbwD2Jj
कांग्रेस नेता संदीप दीक्षित लवली के आवास पहुंचे
संदीप दीक्षित समेत कई कांग्रेस नेता दिल्ली में अरविंदर सिंह लवली के आवास पर पहुंचे हैं। अरविंदर सिंह लवली से मुलाक़ात के बाद संदीप दीक्षित ने कहा, कि कांग्रेस अध्यक्ष और कांग्रेस का कार्यकर्ता होकर अरविंदर सिंह लवली में एक व्यक्तिगत पीड़ा है। उनकी पीड़ा है कि दिल्ली में हम अपनी पुरानी साख को लाने के लिए संघर्ष कर रहे हैं। कांग्रेस का अध्यक्ष बनना कांटों का ताज है। इसके बावजूद पिछले 6-8 महीने में उन्होंने मेहनत करके पार्टी खड़ी की। सबको ये लगा था कि धीरे-धीरे कांग्रेस जागृत हो रही है और जब हमें 2 या 3 सीटें मिलती है तो फिर खराब लगता है।
BJP ने ली चुटकी
दिल्ली कांग्रेस अध्यक्ष अरविंदर सिंह लवली के इस्तीफे पर भाजपा नेता आर.पी. सिंह ने कहा कि कांग्रेस में सब ठीक-ठाक नहीं है। कांग्रेस में एक परिवार ही सब कुछ चलाना चाहता है और परिवार ही सब कुछ चलाना चाहता है, जिससे जमीनी नेता तंग हैं। दिखाई देता है कि कल तक कांग्रेस के लोग जिन लोगों पर भ्रष्टाचार के आरोप लगाते थे आज वे उन्हीं लोगों के साथ समझौता करके चुनाव लड़ रहे हैं। ये कैसे संभव है? साफ दिखाई दे रहा है कि वहां लोगों को घुटन हो रही है इसलिए वे इस्तीफा दे रहे हैं।
31 अगस्त 2023 को दिल्ली कांग्रेस अध्यक्ष बने लवली
31 अगस्त 2023 को अरविंदर सिंह लवली को दिल्ली कांग्रेस का अध्यक्ष नियुक्त किया गया था। उस समय दिल्ली में कांग्रेस काफी कमजोर स्थिति में थी। ऐसे में अरविंदर सिंह लवली पर इसलिए भरोसा जताया गया था क्योंकि उन्हें दिल्ली की राजनीति की बुनियादी पकड़ है। अरविंदर लवली दिल्ली में कांग्रेस की शीला दीक्षित सरकार के दौरान शिक्षा से लेकर पर्यटन और परिवहन मंत्रालय की जिम्मेदारी संभाल चुके हैं। इसके अलावा लवली की सिख समुदाय में अच्छी पकड़ मानी जाती है। और यह मालूम रहे कि दिल्ली के वोटों में सिख समुदाय की अच्छी-ख़ासी भूमिका है।
अरविंदर सिंह लवली के बारे में
अरविंदर सिंह लवली दिल्ली की गांधी नगर विधानसभा सीट से विधायक रह चुके हैं। वह कांग्रेस के 4 बार विधायक रहे हैं। लवली 1998 में पहली बार दिल्ली के गांधी नगर से विधायक बने थे। विधायकी के इस क्रम में अरविंदर सिंह लवली को मंत्री बनने का मौका भी मिला। वहीं 2019 में अरविंद सिंह लवली ने पूर्वी दिल्ली से लोकसभा का चुनाव भी लड़ा था। इसके साथ ही लवली ने कांग्रेस का एक बार साथ भी छोड़ा और बीजेपी में आ गए। अरविंदर सिंह लवली 2017 में नगर निगम चुनाव से पहले बीजेपी में शामिल हो गए थे। हालांकि, बीजेपी के साथ उनका सफर लंबा नहीं चला और एक साल के भीतर ही उन्होंने पार्टी में घर वापसी कर ली.